विक्रम संवत १३६५, अश्विन मास, शुक्ल पक्ष की अष्टमी क़ी घटना

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:: दर्शनिय स्थल ::

भटनेर का किला, हनुमानगढ़

पल्लू से लगभग ८७ किलोमीटर दूर हनुमानगढ में स्थित यह किला "भटनेर का किला" के नाम से जाना जाता है।

यह प्राचीन किला घाघर नदी के किनारे पर स्थित है, जिसे जैसलमेर के राजा भाटी के बेटे भुपत ने सन् 295 में बनवाया था।

सन् १८०५ में बीकानेर  के  महाराजा सुरत सिंह  ने  राजा भाटी को हराने के बाद भटनेर पर कब्जा कर लिया।

उनकी  जीत  मंगलवार के  दिन हुई थी (भगवान "हनुमान" का दिन), इस कारण से भटनेर का नाम हनुमानगढ़ कर दिया गया।

पल्लू से हनुमानगढ जाने का मार्ग देखें।

 

प्रसिद्ध गुरुद्वारा कबुतर साहिब, नोहर

यह गुरुद्वारा पल्लू से लगभग ८५ किलोमीटर दूर नोहर में स्थित है।

खालसा  पंथ  के  संस्थापक  और दसवें  सिख गुरु, श्री गुरु गोविंद सिंह के सन् १७०३ में नोहर यात्रा के याद में इस ऐतिहासिक गुरुद्वारे का निर्माण किया गया

पल्लू से नोहर जाने का मार्ग देखें।

 

कालीबंगां पुरातत्व संग्रहालय, कालीबंगां, जिला हनुमानगढ़, राजस्थान

सन् १९६१−६९ के बीच आयोजित एक घर की खुदाई से हड़प्पा सभ्यता की सामग्री के मिलने के बाद इस संग्रहालय की स्थापना सन्  १९८३  में की गई ।

पल्लू से कालीबंगां लगभग 80 किलोमीटर है।

पल्लू से कालीबंगां जाने का मार्ग देखें।

 
 
 

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